काली वशीकरण शाबर मंत्र फॉर लव
हिन्दू धर्म शास्त्रों में माता काली रूपवती देवी दुर्गा का ही रूप हैं| इन्हें विभिन्न शक्तिशाली देवताओं ने अपने अंश से उत्पन्न किया है और अपनी शक्तियां अर्पित की हैं| इन्हें राक्षसों के उत्पात से बचने के लिए और उनका नाश करने के लिए यह स्वरूप दिया गया है| अतः काली शक्ति की पुंज है जिन्हें कठोर साधना से बड़े बड़े तांत्रिक और साधक सिद्ध कर लेते हैं तथा इस शक्ति का उपयोग जनकल्याण में करते हैं| बंगाल और असम में इन्हें विशेष रूप से पूजा जाता है|
अब काली वशीकरण की बात करते हैं| कठोर साधना हर किसी के वश की बात नहीं होती है| इसलिए साधकों ने कुछ छोटे छोटे प्रयोग भी किये ताकि मानव जीवन की कठिनाइयां दूर हो सके| इन्ही में से कुछ मन्त्र वशीकरण के लिए है तो कुछ सक्सेस, अट्रेक्शन और प्रोटेक्शन के लिए है| यहाँ यह ध्यान देने की बात है कि काली की व्युत्पत्ति बुराईयों का नाश करने के लिए हुआ है इसलिए इनका उपयोग सावधानी से करे| वशीकरण हेतु काली मंत्र का उपयोग कपटपूर्ण उद्देश्यों के लिए न करें, परिणाम घातक हो सकते हैं|
काली वशीकरण मंत्र फॉर लव
विधि : किसी पान के पत्ते पर कत्थे से निम्नलिखित मंत्र लिखें –
ॐ ह्रीं क्लिं अमुक (व्यक्ति का नाम) क्लेदय क्लेदय आकर्षय आकर्षय
मथ मथ पच पच द्रावय मम सन्निधि आवय, हूँ हूँ एं एं श्रीं श्रीं स्वाहा
कृष्ण पक्ष की अष्टमी अथवा मंगलवार के दिन उक्त मंत्र का जाप एक सौ आठ बार करें| अमुकीय के स्थान पर जिस प्रिय पात्र का वशीकरण करना हो उसका नाम उच्चारित करें| जाप करते समय उस पान के पत्ते पर तीन बार फूंक मार दें और अपने मुंह में डाल लें|अब धीरे –धीरे चबाते हुए मंत्र का जाप करें| एक सौ आठवे बार जाप तक पान पूरी तरह मुंह में घुल जाना चाहिए| इसके बाद पानी पी लें| इस क्रिया के बाद एक और मंत्र का जाप करें जो इस प्रकार है –
क्लीं क्रीं हुंग क्रों स्फ्रों कामकलाकाली स्फ्रों क्रों क्लिंग स्वाहा
इस मंत्र का जाप भी एक सौ आठ बार करना है|
धयान रखें – मंत्र पाठ से पूर्व देवी काली की प्रतिमा या चित्र स्थापित कर लें| सामान्य पंचोपचार पूजा करें| इसके बाद जाप प्रारंभ करें| जाप की गिनती ऊँगली पर भी की जा सकती है| इसे निरंतर 21 दिन तक करना चाहिए| इक्कीसवें दिन यह सिद्ध हो जाता है| जाप के समय शुद्ध पात्र में शुद्ध जल रखे| एक सौ आठ जाप पूर्ण होने के बाद उस पर तीन बार फूंक मारें| इक्कीसवें दिन वशीकरण मंत्र सिद्ध हो जाएगा| यदि संभव हो तो अंतिम दिन पान का पत्ता थोड़ा सा चबाकर रख लें और जिसका वशीकरण करना हो उसे खिला दें| या फिर बिना चबाए ही तीन बार मंत्र पढ़कर फूंक मार दें और प्रिय पात्र को खिला दें| वह सम्मोहित हो जाएगा|
पावरफुल काली मंत्र फॉर सक्सेस/अट्रैक्शन/प्रोटेक्शन
कई बार जीवन समस्याओं से घिर जाता है| लाख प्रयास के बाद भी सक्सेस नहीं मिलता है| हिम्मत टूटने लगती है| ऐसे में दुर्गा सप्तशती में अंकित कुछ शक्तिशाली मन्त्रों का उपयोग करके जीवन सार्थक बनाया जा सकता है|
शरणागत दीनार्त परित्राण परायणे|
सर्वा स्यार्ती हरे देवी नारायणी नमोस्तुते|
इस मंत्र के जाप घर में करने की बजाय किसी काली मंदिर में करें वह भी ऐसे समय में जब वहाँ शोरगुल न हो| सुबह और संध्या काल में काली मंदिर में सर्वप्रथम पूजा करें और अगर. कपूर तथा १ लौकी अर्पित करें| यह बलि का सांकेतिक रूप है और शास्त्र सम्मत है| जाप शुरू करने से पहले अपनी समस्या का वर्णन करते हुए देवी से बोलकर प्रार्थना करें तत्पश्चात एक माला नित्य जाप करें| इससे न केवल समस्या का निदान मिल जाता है बल्कि मन भी प्रसन्नचित्त रहता है|
पावरफुल नौअक्षरी मंत्र
जीवन सुचारू रूप से चलता रहे इसके लिए दुर्गासप्तशती में वर्णित नौ अक्षरी मन्त्र अत्यंत शक्तिशाली माना जाता है| वह मंत्र है –
ॐ एं ह्रीं क्लीं चामुंडाये विच्चे
तांत्रिकों का मानना है कि इस मंत्र के प्रत्येक अक्षर से एक ग्रह जुड़ा हुआ है| नवरात्रि से इसका जाप प्रारम्भ करना बहुत अच्छा माना जाता है| इसके बाद अपने घर में ही पूजा स्थल पर नित्य के सामान्य पूजा अर्चना के बाद इस मंत्र का जितनी बार हो सके जाप करें| मन शांत रहेगा, धन धान्य की कमी नहीं रहेगी, परिवार में प्रेम भाव बना रहेगा|
दरअसल जब हम समस्याओं से घिरे रहते हैं तब निदान हमारे आस पास ही होता है लेकिन नकारात्मक तरंगों से घिरे होने के कारण उन तक पहुँच नहीं पाते हैं| इन मन्त्रों की सहायता से चित्त शांत होता है| कई बार बोलकर आप अपने मन को खाली कर देते हैं| पुनः देवी का आशीर्वाद भी मिलता है| और आप निदान के निकट पहुँच जाते हैं| यहाँ ध्यान रखें आप देवी काली की पूजा कर रहे हैं न कि किसी ब्रम्ह पिशाचिनी की| देवी सकारात्मक शक्ति की स्रोत हैं| यह समझना बहुत बड़ी भूल होगी कि काली मन्त्र सिद्ध कर आप उनसे किसी पिशाच या जिन्न की तरह काम करवा पाएंगे| इसलिए पूजा प्रारम्भ करने से पहले मंशा साफ़ रखें| यहाँ पूजा विधि जाप और प्रार्थना तीनों मिलकर सबसे पहले आपको नकारात्मकता के कोहरे से निकालती है पुनः देवी की सकारात्मक शक्तियों से आशीर्वाद प्राप्त करने में मदद करती है|
शमशान काली वशीकरण मंत्र
कुछ साधक भक्ति मार्ग से अलग तंत्र मार्ग से देवी तक पहुँचने की कोशिश करते हैं| शाबर मंत्र तांत्रिकों में ज्यादा प्रचिलित है, इनमे से एक प्रसिद्ध मन्त्र है –
ॐ नमो आदेश गुरु माता पिता को /आदेश काली माता को/ पिता आकाश औ धरती माता को/ चढ़ाओं जोत काली माता को/ अमुक सदा हमारो रहे /साँचो प्रेम साँचा रहे/मुख न देखे बैरी की/कष्ट हमारी दूर कर/दुहाई शंकर भगवान् की|
जाप से पहलेश्मशान भूमि पर जल सिक्त करें और पोंछ दें पुनः कपूर की टिकिया जलाए और ॐ नमः शिवाय का पांच बार जाप करें| इसके बाद काली जी के शाबर मंत्र का जाप करें| किसी पात्र में जल रखे और हर बार मन्त्र जाप कर फूंक मारें| अपनी स्वेछा से 21 बार 51 बार या 101 बार नित्य इस मंत्र का जाप 21 दिनों तक करें| 21वें दिन यह सिद्ध हो जाता है| अब जिसे वशीभूत करना हो उस पर 11 बार यह मंत्र पढ़कर छिड़क दें| वह आपके सिवा किसी और के बारे में सोचेगा भी नहीं|
दरअसल जब हम समस्याओं से घिरे रहते हैं तब निदान हमारे आस पास ही होता है लेकिन नकारात्मक तरंगों से घिरे होने के कारण उन तक पहुँच नहीं पाते हैं| इन मन्त्रों की सहायता से चित्त शांत होता है| कई बार बोलकर आप अपने मन को खाली कर देते हैं| पुनः देवी का आशीर्वाद भी मिलता है| और आप निदान के निकट पहुँच जाते हैं| यहाँ ध्यान रखें आप देवी काली की पूजा कर रहे हैं न कि किसी ब्रम्ह पिशाचिनी की| देवी सकारात्मक शक्ति की स्रोत हैं| यह समझना बहुत बड़ी भूल होगी कि काली मन्त्र सिद्ध कर आप उनसे किसी पिशाच या जिन्न की तरह काम करवा पाएंगे| इसलिए पूजा प्रारम्भ करने से पहले मंशा साफ़ रखें| यहाँ पूजा विधि जाप और प्रार्थना तीनों मिलकर सबसे पहले आपको नकारात्मकता के कोहरे से निकालती है पुनः देवी की सकारात्मक शक्तियों से आशीर्वाद प्राप्त करने में मदद करती है|